फर्जी आईपीएस
सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें एक युवा फर्जी आईपीएस की वर्दी पहन कर पूरे बाजार में घूम रहा था। फिर वहां के प्रशासन ने उसे लड़के के साथ पूछताछ करने के बाद उसे हिरासत में ले लिया था। और इस युवक के पास एक रिवाल्वर भी मिला था। तो आइए जानते हैं कि इस युवक ने 2 लाख रुपए देकर कैसे आईपीएस की फर्जी नौकरी लेली थी।
जिस युवक को आप सोशल मीडिया पर फर्जी आईपीएस के रूप में वायरस होते देख रहे हैं उसे युवक का नाम मिथिलेश कुमार है जो भारत के बिहार राज्य का रहने वाला है। मिथिलेश ने सोशल मीडिया पे उनसे कैसे ठगी हो गई वह सारी बात सोशल मीडिया बता रहा है। मिथिलेश का कहना कि हम गदे सर झरना है वहां बहुत से लोग उस झरने में नहाने जाते हैं तो हम भी उसी झरने में नहाने गए थे तभी मुझे झरने में एक मनोज सिंह नाम आदमी से मुलाकात हुई। जो मुझे फर्जी आईपीएस बनाया। फिर उसने मुझे पढ़ाई को लेकर चर्चा की फिर हम दोनो लोग गाड़ी स्टार्ट करके एक दुकान पर गए और वहां पे दोनों जन चाय भी पिए। और चाय पीते पीते उसने मुझे अपना घर पता पूछा फिर मैंने सारी जानकारी दे दी। और फिर मैं भी उनसे उनका पता पूछा तो उसने मुझे बोला की मैं खैरा का रहने वाला हु। फिर आगे मिथिलेश कुमार ने बताया कि बाद में वहां पर हम लोग ने मनचाहे चीज खाए फिर। हम दोनों में 30 मिनट तक बात हुई फिर उसने मुझे अपना नंबर ले लिया। और मैं उनका नंबर ले लिया। नंबर लेने के बाद फिर हम घर चले गए हैं। घर जाने के बाद लगभग 10:00 बजे रात तक उसने मुझे कॉल किया। और आगे बोला कि एक व्यक्ति की मौत हो गया है। उसके जगह पर हम तुमको नौकरी लगा देंगे। 2 लाख रुपया लगेगा फिर हमने बोला ठीक है। फिर मनोज सिंह से बात करने के बाद मैं अपने मामा को फोन लगाया मामा को बताया कि मामा मम्मी बीमार है मुझे 2 लाख रुपया चाहिए। फिर मामा मुझे 2 लाख कैश दे दिया फिर मैंने उस आदमी को 2 लाख रुपया दे दिया। फिर जैसे ही मैं पैसा दिया फिर उसने मुझे एक वर्दी दिया और मुझे पहना दिया। वर्दी पहनने के बाद मुझे एक पिस्टल भी दिया उसने बोला कि इसे अंदर रखना नहीं तो लोग डर जाएंगे फिर मैं इसे अंदर ही रखा था। और मुझे बोला तुम घर चले जाओ और फिर मैं घर चल आया। फिर मैं जैसे ही घर पहुंच फिर उसने मुझे कॉल किया कॉल करने के बाद मुझे कहा कि तुम्हें एक थाना में ज्वाइन करवाना है तुम्हें 30 हजार रुपया और देने होंगे फिर मैं उनसे कहा कि अभी मेरे पास 30 हजार नहीं है। और फिर मैंने बोला कि सर मैं आकर बात करता हूं और फिर उसने बोला कि ठीक है आओ। फिर मैं खाना खाकर अपने बाइक से उनसे मिलने के लिए चल गया। फिर मुझे रोड पर पुलिस ने रोक लिया और मुझसे पूछताछ की फिर मुझे हिरासत में ले लिया।
आगे आपको बता दे कि यह जो फर्जी आईपीएस के रूप में वायरल हो रहा है सोशल मीडिया पर यह मिथलेश कुमार ये शादी शुदा है, और जो तिलक में यह बाइक मिली थी इसी बाइक से वह उस आदमी से मिलने के लिए जा रहा था।
मिथिलेश कुमार से पुलिस ने पूछताछ करने के बाद नए कानून धारा 353 के तहत इनको बॉन्ड भरा कर छोड़ दिया गया।