रतन टाटा;
भारत में टाटा कंपनी को दुनिया भर में टाटा कंपनी का नाम देने वाली रतन टाटा जी का 9 अक्टूबर को निधन हो गया, रतन टाटा जी का जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ था, तब भारत में ब्रिटिश सरकार की हुकूमत चला करती थी। 86 साल के रतन टाटा जी ने मुंबई के ब्रिच कैंडी अस्पताल के इंटेंसिव केयर ICU में भर्ती थे। मुंबई के अस्पताल से रतन टाटा जी का पार्थिव शरीर घर ले जाया गया; राजकीय सामान से उनका अंतिम संस्कार होगा टाटा संस के मदद चेयरमैन रतन नवल टाटा का 86 साल की उम्र में निधन हो गया वहीं उनके निधन की जानकारी बुधवार देर रात जारी की गई। अगर रतन टाटा जी की बात की जाए तो, उन्हें 2008 में पद्म विभूषण भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान भी किया गया था। अगर हम लोग कोलकाता में हावड़ा ब्रिज बने हुए उसे पुल की बात करें तो हावड़ा ब्रिज में ज्यादातर स्टील का निर्माण टाटा स्टील ने करवाया था। कोलकाता के इस हावड़ा ब्रिज के पुल को बनाने में 26,500 टन स्टील का इस्तेमाल किया गया था। वहीं हावड़ा ब्रिज को एक अलग नाम से भी जाना जाता है जिनका नाम रवींद्र सेतु के नाम से भी जाना जाता है। या हावड़ा ब्रिज पुल हुगली नदी पर निर्माण किया गया है। वहीं अगर इस ब्रिज की बात करें तो लंबाई 705 मीटर वहीं चौड़ाई 21.6 मीटर, और ऊंचाई की बात करें तो 88 मीटर है। इस पूल को बनाने का फैसला ईस्ट इंडिया कंपनी के द्वारा 1862 में लिया गया था। जिसके बाद इस पूल का डिजाइन ब्रिटिश डिजाइनर रेंडेल, पामर, और ट्राइटन ने तैयार कि थी। स्कूल का निर्माण करने में 333 करोड रुपए की लागत आई थी। वहीं अब रतन टाटा जी के निधन से पूरे भारत में मातम सा छा गया है।